कोलकाता।
नारद स्टिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के चारों नेताओं को सोमवार शाम को राहत मिली है, जब सीबीआई कोर्ट ने उन्हें राहत दे दी। इन चारों को सुबह ही नारद स्टिंग मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।
इस मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामले के संबंध में तृणमूल कांग्रेस के नेता फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा के साथ पार्टी के शोभन चटर्जी को कोलकाता में सोमवार सुबह गिरफ्तार किया।
सीबीआई अधिकारियों ने बताया था कि ये सभी चार नेता 2014 में कथित अपराध के दौरान मंत्री थे। आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा मामले में पांचवे आरोपी हैं और फिलहाल वह जमानत पर हैं। वहीं, केंद्रीय जांच ब्यूरों द्वारा गिरफ्तार किए जाने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के दफ्तर पहुंच गईं और तृणमूल नेताओं को रिहा करने की मांग की।
हालांकि, शाम को जब वह बाहर आईं तो उन्होंने कहा कि कोर्ट फैसला करेगा। सूत्रों ने बताया कि बनर्जी की कार्रवाई जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपे जाने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले में दखल के समान है। गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली में सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ''सीबीआई ने आज पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे चार (पूर्व) नेताओं को नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में गिरफ्तार किया।