मेरठ।
मेरठ में बुधवार दोपहर नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम अंतर्गत जलीकोठी में शहीद अब्दुल हमीद पार्क में अवैध रूप से रखे पुराने फर्नीचर और कूड़े में लगी आग से जलीकोठी समेत आधा दर्जन मोहल्लों में बिजली को लेकर हाहाकार मच गया।
आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ां मंगानी पड़ी। करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद आग बुझी। इसके बाद बिजली अफसरों ने मेंटीनेंस शुरू कराया। बिजली बहाल होने में करीब छह घंटे लगे। इससे भीषण गर्मी में लगभग तीन उपभोक्ता परेशान रहे।
अचानक लगी आग तहसील के पास शहीद अब्दुल हमीद पार्क है। जिसके समीप 400 केवीए का ट्रांसफार्मर स्थापित है। पार्क में कारोबारियों ने कब्जा कर पुराना फर्नीचर रखा हुआ है। ट्रांसफार्मर के पीछे नगर निगम का अस्थायी कूड़ाघर है। बुधवार दोपहर करीब एक बजे अचानक कूड़े और फिर पुराने फर्नीचर में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने जोर पकड़ लिया। जलीकोठी के दुकानदार सड़क पर आ गए। नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल ने बताया कि ट्रांसफार्मर तो बच गया लेकिन उसकी लीड पूरी जल गई। वहां से गुजर रही एलटी लाइन की केबिल जल गई। ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराने के लिए जलीकोठी पुलिस चौकी के समीप के दो ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति और बंद करनी पड़ी। उसकी भी केबिल जल गई है। मेंटीनेंस टीम ने 5.30 बजे तक केबिल और ट्रांसफार्मर में आयी दिक्कत दूर कर आपूर्ति बहाल की।
ये मोहल्ले रहे प्रभावित
जलीकोठी का पूरा क्षेत्र, पटेल नगर, पूर्वा फैयाज अली, पूर्वा अहमदनगर समेत छतरी पीर तिराहे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। तीनों ट्रांसफार्मर अंतर्गत करीब 3000 उपभोक्ता छह घंटे बिजली को तरसे। जलीकोठी स्थित शहीद अब्दुल हमीद पार्क से लेकर पुलिस चौकी तक पुराने फर्नीचर रोड पटरी पर पड़ा है। पार्क से कब्जा हटाने को लेकर कई बार लोगों ने नगर निगम से शिकायत भी की। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। गनीमत रही कि आग पर काबू पा लिया गया वरना यह आग बड़े इलाके को अपने चपेट में ले सकती थी।