नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी की रणनीति पर सर्वसम्मति बन गयी है और इस रणनीति के तहत जातीय समीकरणों को संतुलित करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल में जल्द ही विस्तार किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। लगभग सवा घंटे की इस बैठक के बाद वह भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निवास पर पहुंचे जहां दोनों के बीच दो घंटे से अधिक समय तक बैठक चली। राजनीतिक बैठकों के बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। श्री कोविंद की हाल ही में हृदय की सर्जरी हुई थी। योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दोपहर बाद राजधानी पहुंचे थे और उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी करीब डेढ़ घंटे तक बैठक हुई थी। बैठक में गृह मंत्री ने योगी आदित्यनाथ को सबको साथ लेकर चलने की सलाह दी थी। पार्टी के सूत्रों के अनुसार अगले साल की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तैयारियों के सिलसिले में राज्य में पार्टी संगठन एवं राज्य सरकार के बीच तालमेल तथा आगामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ उनकी चर्चा हुई है। यह महसूस किया गया कि पार्टी की छवि को निखारने एवं कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास एवं उत्साह भरने की जरूरत है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में राज्य में कोविड-19 महामारी की स्थिति और टीकाकरण अभियान की भी समीक्षा की गयी। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री एवं संगठन को लेकर असंतोष की स्थिति करीब करीब सुलझ गयी है तथा विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति तय होने के साथ मंत्रिमंडल विस्तार का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है।