छपरौली।
गुरूगोरक्ष नाथ महापर्व की तैयारी के लिए चलाये जा रहे नाथ सम्प्रदाय जाग्रति अभियान का अन्तिम चरण बैठकों की श्रंखला के साथ समाप्त हुआ।
बैठकों में महापर्व को बुधवार को यज्ञ, पौधा रोपण और दीपक जलाकर मनाने का निर्णय लिया गया। सम्पूर्ण भारतवर्ष में मनाये जाने वाले गुरू गोरक्षनाथ महापर्व की तैयारी के लिए चलाये जा रहे नाथ सम्प्रदाय जाग्रति अभियान के अन्तिम चरण में तिलवाडा, लूम्ब, बोढा, तुगाना, कुर्डी, ककौर, बाछौड़, शबगा में कोविड़ गाइड लाइन का पालन करते हुए बैठकें आयोजित हुई। बैठक में अनिवार्य रूप से नाथ सम्प्रदाय के सभी परिवारों में गोरक्षनाथ जयंती को गोरक्षनाथ महापर्व के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। अभियान का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने बताया कि 26 मई को सम्पूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाने वाला गुरू गोरक्षनाथ महापर्व पर्यावरण और प्रकृति को समर्पित होगा। नाथ सम्प्रदाय के आदर्श-आराध्य महायोगी गुरू गोरक्षनाथ महापर्व पर सभी नाथ पंथी यज्ञ, पौधा रोपण या रात्रि की प्रथम बेला में दीपक जालाकर गुरू गोरक्षनाथ का स्मरण करेंगे।
इन गाँवों से होंने वाली बैठकों में मुख्य रूप से समाजसेवी आर.आर.डी. उपाध्याय, प्रदीप उपाध्याय, धर्मेन्द्र कुमार, रामफल ककौर, पवन कुमार, आचार्य धर्मवीर, बुल्ली, धर्मेन्द्र आर्य, शौकीन, सहनसरपाल, मोहित, बिजेन्द्र, नरेन्द्र आदि उपस्थित रहे।