अयोध्या। मिर्जापुर से पत्थरो की पहली खेप बुधवार को अयोध्या पहुंच गई। 16 घन फुट के 30 पीस पत्थरों को लेकर ट्रक अयोध्या पहुंचा। यहां संतों ने ट्रक चालक का फूल माला के साथ स्वागत किया।
पत्थर राम मंदिर निर्माण के लिए आया है। गौरतलब है कि मिर्जापुर के खदान से लाए गए पत्थर का इस्तेमाल मंदिर के नीव में होगा। पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर में ही रखा जाएगा। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की नींव ढलाई का कार्य तेजी से चल रहा है। यह कार्य पूरा होने के बाद इसके ऊपरी हिस्से (प्रतिष्ठान) में मिर्जापुर के पत्थर लगाए जाएंगे। इन दिनों इसकी भी तैयारी चल रही है। पत्थरों की पहली खेप बुधवार को रामनगरी पहुंच गई।
नींव में कुल 19 हजार पत्थर के पीस लगाए जाएंगे। नींव ढलाई का कार्य पूरा होने के बाद अक्टूबर माह में इन पत्थरों को लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा। चार फीट लंबे, दो-दो फीट ऊंचे व चौड़े पत्थर की तराशी इन दिनों मिर्जापुर में चल रही है। पत्थरों को तराश कर ही अयोध्या लाया जाएगा। ये पत्थर जन्मभूमि परिसर में संरक्षित किए जाएंगे। इस कार्य से जुड़े एक जिम्मेदार ने बताया कि 19 हजार पत्थर के टुकड़े तैयार किये जा रहे हैं, जो नींव की फिलिंग पूरी होने के बाद ही लगाये जाएंगे।
रामजन्मभूमि परिसर में नींव की ढलाई एक लाख 20 हजार वर्गफीट के क्षेत्रफल में चल रही है। इस क्षेत्र को पहले 12 मीटर खोदा गया था, अब संपूर्ण क्षेत्र की फिलिंग का कार्य चल रहा है। कुल 42 लेयर की ढलाई होनी है, जिसमें 15 लेयर ढाली जा चुकी हैं। एक लेयर दस इंच मोटी है। परिसर में दिन रात तीन शिफ्ट में कार्य चल रहा है। तीन बैचिंग प्लांट लगाए गए हैं। इसी में गिट्टी, पत्थर का पाउडर, पत्थर के कोयले की राख, सीमेंट का मिश्रण तैयार कर इसकी ढलाई की जाती है।