बेंगलुरु।
एचडी कुमारास्वामी की सरकार जाने के बाद कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी।
जब से बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में यह सरकार बनी है तब से नेताओं और विधायकों की नाराजगी लगातार सामने आती रहती है। इस बात की भी शंका जाहिर की जाती है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कभी भी हो सकता है। कई विधायकों ने आलाकमान से येदियुरप्पा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। पिछले दिनों हमने देखा किस तरीके से कर्नाटक 1-2 भाजपा नेता दिल्ली दौरे पर थे। इसके बाद से इस सवाल को और भी बल मिला कि कर्नाटक में आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन पर विचार कर रहा है।
इसी सवाल का जवाब कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील से मांगा गया। कतील ने साफ तौर पर कहा कि फिलहाल राज्य नेतृत्व में किसी भी तरह के फेरबदल की संभावना है ही नहीं है। कतील ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा एक सर्वसम्मत नेता हैं और वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। कतील ने पार्टी विधायकों को कोविड-19 प्रबंधन के अलावा किसी भी तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया।
उन्होंने कोविड-19 के चलते, पार्टी विधायक दल की तत्काल बैठक आयोजित करने की संभावना से भी इनकार कर दिया। कतील ने कहा कि पर्यटन मंत्री सी पी योगेश्वर से खुलेआम नाराजगी प्रकट करने के लिये स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों से कहा, कोई बदलाव नहीं होगा।