मेरठ। जिलाधिकारी के. बालाजी ने सोमवार को दौराला स्थित कान्हा गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश को संरक्षण प्रदान करना मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकताओं में से एक है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त धनराशि का सदुपयोग करते हुये कान्हा गौशाला की क्षमता का पूर्ण उपयोग किया जाये व बाहर घूम रहे सभी निराश्रित गौवंशों को संरक्षित किया जाये। उनके संज्ञान में लाया गया कि वर्तमान में जनपद में 4265 निराश्रित गौवंश विभिन्न गौ संरक्षण केन्द्रों में संरक्षित हैं। 300 गौवंशों की क्षमता वाली दौराला स्थित कान्हा गौशाला में 76 गौवंश संरक्षित हैं। जिलाधिकारी ने मेन गेट से गौवंशों के शैड तक का रास्ता इंटर लाकिंग टाईल्स से बनाने के लिए लायी गयी टाईल्स का सदुपयोग करते हुये यह कार्य बरसात से पूर्व पूर्ण कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने शासन को बजट आवंटन के लिए उनकी ओर से नगर विकास विभाग को पत्र प्रेषित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कान्हा गौशाला मंे 08 फुट बड़े पेड़ों का भी वृक्षारोपण किया जाये ताकि गौवंशों को खुले स्थान में भी छाया की व्यवस्था हो सके।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कंसल ने बताया कि दौराला स्थित कान्हा गौशाला का क्षेत्रफल करीब 03 एकड़ व लागत रूण. 2.25 करोड है जिसमंे से नगर पंचायत दौराला को रू0 1.65 करोड मिल गया है।