मेरठ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण का कार्य कार्यदायी संस्था जीआर इंफ्रा के लिए परेशानी भरा रहा है। मौसम की मार से पहले ही कार्य में लेटलतीफी हो गई। इसके बाद ढाई महीने तक कोरोना के कारण कार्य बंद होने से लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल हो गया। अब एक बार फिर मानसून की आहट से डासना से मेरठ तक 20 लाख क्यूबिक मिट्टी का भराव करना चुनौती होगा। बुधवार से मानसून ने दस्तक दे दी है। बारिश के कारण सबसे अधिक मिट्टी भराव का कार्य बाधित होगा। डासना से मेरठ (34 किमी) के इस चरण में 80 से अधिक स्ट्रक्चर का निर्माण किया जाना है। इसमें 70 से अधिक स्ट्रक्चर का निर्माण पूरा हो चुका है लेकिन कुछ स्थानों पर अभी मिट्टी की लेवलिंग का कार्य पूरा नहीं हो सका है। जिस कारण इस कार्य में भी बाधा आएगी। इससे मिट्टी का कार्य बरसात में पूरी तरह बंद करना होगा। इसके चलते जीआर इंफ्रा एक्सप्रेसवे के स्ट्रक्चर को पूरा करने को लेकर अधिक जोर दे रहा है। जिससे बरसात में अन्य कार्य प्रभावित न हो सकें।