मेरठ। पिछले वर्ष जब मार्च 2020 में सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा की गयी तो कई ऐसे परिवारों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गयी, जो रोज कमा कर खाने वाले परिवार थे। ऐसे मुश्किल समय मे चाइल्ड लाइन बालकों की मदद की लिये आगे आयी और ऐसे बालकों को चिन्हित कर उन्हे राशन व अन्य जरूरत के समान पहुंचाये। कोरोना की दूसरी लहर ने जब भारत की जनता पर कहर बरपाया तो फिर से कई परिवार आर्थिक तंगी से गुजरने लगे जिनका रोजगार रोज कमा कर गुजारा करने से चलता था। ऐसे में जरूरतमंद बालक व परिवार चाइल्डलाइन 1098 पर राशन व अन्य सहायता के लिये फोन करने लगे, चाइल्डलाइन द्वारा ऐसे बालको को चिन्हित किया और बालको से मिले चाइल्डलाइन द्वारा यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वो सभी बालक ना केवल आर्थिक परेशानियों को सामना कर रहे थे बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान थे, ऐसे मे चाइल्डलाइन द्वारा बालको को ना केवल राशन पहुंचाया बल्कि बालको की काउंसलिंग कर बालको का मनोबल बढाने का कार्य भी किया।