मेरठ। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, कंकरखेड़ा में आज गुरमत के प्रचार एवं नई पीढ़ी को सिक्खी सिद्धान्तों, गुरबाणी, सिक्ख इतिहास से जोड़ने के लिए आज विशेष गुरमत समागम का आयोजन किया गया, जिसमें मेरठ के प्रत्येक क्षेत्र से बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया।
भाई अनुज सिह जी ने सतिगुर की सेवा सफल है जे को करे चित लाय शब्द गायन कर संगत को भाव विभोर कर दिया। अरदास के बाद करनाल से पधारे प्रचारक भाई बलविंदर सिह जी ने पांच पौड़ीयों का पाठ कर 'सहज पाठ' की आरम्भता करा कर सहज पाठ के मह्त्व को बताया एंव समझाय।
इस अवसर पर उपस्थित संगत को सम्बोधित करते हुए गुरुद्वारा श्री गुरू सिंह सभा, ककंरखेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा हर गुर सिक्ख माई-भाई का फर्ज है कि वह जीवन में एक बार अवशय श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के सम्पूर्ण दर्शन करे। श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी मे आपके हर प्रश्न का जवाब है। आज सहज पाठ आरम्भ करने वाली संगत को इसी लिए निशुल्क सैची साहिब प्रदान की गई है कि वह अपने घर पर भी नित्य प्रति सहज पाठ कर अपने मानव जीवन को सफल करे।
मनजीत सिंह कोछड़ ने बताया आज पैंतीस श्रद्धालुओं ने सहज पाठ आरम्भ किया एवं निशुल्क सैची साहिब जी प्राप्त करी इसके अतिरिक्त संगत मे नितनेम; सुखमनी साहिब जी,जपुजी साहिब जी एवं इतिहास पुस्तको का भी निशुल्क वितरण किया गया।
कोछड़ ने कहा मजबूत नीव पर ही बुलन्द ईमारत का निर्माण होता है। इसलिए नई पीढ़ी को सिक्खी सिद्धान्त, सेवा-सिमरन,गुरबाणी एव अपने गौरवशाली इतिहास से जोड़ना जरूरी है। आयोजन के बाद सारी संगत मे गुरू का लंगर अतुट वितरित किया गया।
आज के आयोजन को सफल बनाने मे मुख्य रूप से गुरबचन सिह ढिल्लो, इकबाल सिह धारीवाल; धीर सिंह, अजीत सिह, हरिमन्दिर सिह, किशन छाबड़ा, सुरजीत सिह, बलबीर सिंह, बहादुर सिंह ने सेवा निभाई।