मेरठ, ग्रीन इंडिया
आयुक्त सभागार में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षत करते हुये आयुक्त अनीता सी.मेश्राम ने कहा कि प्रत्येक कार्य की समय-सीमा निर्धारित की जाये तथा सभी संबंधित विभाग के अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ कार्य करे। उन्होंने बताया कि आरआरटीएस का कार्य आठ पैकेज में किया जा रहा है तथा एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रान्सपोर्ट कारपोरेशन) द्वारा मार्च 2025 तक कार्य पूर्ण करने की तिथि दी गयी है, जिसमंे से साहिबाबाद से दुहाई तक का कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने की तिथि दी गयी है। उन्होंने बताया कि इसकी कुल लागत करीब रू0 32 हजार करोड आयेगी।
निदेशक, प्रोजेक्ट एनसीआरटीसी अनिल कुमार संगारिया ने बताया कि रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का कार्य आठ पैकेज में किया जा रहा है, जिसमें साहिबाबाद से दुहाई तक कुल 17 किमी पर कार्य चल रहा है, जिसमें से 05 किमी पूर्ण कर लिया गया है। दुहाई से शताब्दी नगर तक, सराय काले खां से साहिबाबाद तक, शताब्दी नगर से मोदीपुरम तक अलग-अलग पैकेजस में कार्य होगा तथा दुहाई व मोदीपुरम में बनने वाले डिपो का कार्य भी अलग पैकेज में होगा।
सराय काले खां तक कुल 82 किमी में से 14 किमी अंडरग्राउंड टैªक होगा। उन्होने बताया कि आरआरटीएस में 09 कोच का डिजाईन किया गया है प्रारम्भिक अवस्था में इसमें 06 कोच चलाये जायेगे। उन्होने बताया कि आरआरटीएस की स्पीड 180किमी प्रति घंटा की डिजाईन की गयी है। प्रारम्भिक अवस्था में यह 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। उन्होने बताया कि सराय काले खां से मोदीपुरम तक कुल 24 स्टेशन आरआरटीएस के होंगे। उच्चतम न्यायालय द्वारा दिसम्बर 2019 से केवल एनसीआरटीसी को 24 घंटे कार्य करने की अनुमति दी गयी है।
आयुक्त ने आरआरटीएस के 04 प्राथमिकता वाले स्टेशनों में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर व दुहाई में भूमि की उपलब्धता के संबंध में संबंधित विभाग को निर्देशित करते हुये कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता पर भूमि की उपलब्धता सुनिष्चित की जाये। उन्होने दुहाई में स्टेशन के लिए भूमि की उपलब्धता के प्रकरण को एक सप्ताह मंे निस्तारित करने के लिए कहा तथा शेष स्टेशनों के लिए भी भूमि की उपलब्धता जल्द से जल्द सुनिष्चित करने के लिए कहा।
आयुक्त के संज्ञान में आया कि आरआरटीएस के अंतर्गत 24 हाईटेंशन लाईन शिफ्ट की जानी है जिनमें से 13 शिफ्ट की जा चुकी है तथा प्राथमिकता की 05 लाईनों में से 01 लाईन शिफ्ट की जा चुकी है तथा 03 लाईन फरवरी 2020 तक शिफ्ट करा ली जायेगी तथा शेष 01 लाईन को शिफ्ट कराने के लिए उन्होने एनसीआरटीसी व विद्युत विभाग के अधिकारियों को आपस में बैठक कर व परस्पर समन्वय के साथ लाईन शिफ्ट कराने के लिए कहा।
आरआरटीएस में 3986 पेडो का कटान किया जाना है, जिसमें से 500 पेड कटने से शेष है तथा शेष को भी जल्द काट दिया जायेगा। उनके संज्ञान में आया कि मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा एनसीआरटीसी को कास्टिंग यार्ड के लिए अस्थायी रूप से शताब्दी नगर मंे 28 है.जमीन दी जा रही है तथा रिठानी में स्टेशन के लिए 2250 वर्ग मी0 तथा शताब्दी नगर में इलेक्ट्रिक सब स्टेशन के लिए 4000 वर्ग मी0 तथा एक अन्य स्टेशन के लिए 1250 वर्ग मी0 जगह दी जा रही है। डीएम मेरठ अनिल ढींगरा, जिला वन अधिकारी अदिति शर्मा, उपाध्यक्ष एमडीए राजेश कुमार पाण्डेय, मुख्य अभियंता जीडीए वीएन सिंह, मुख्य अभियंता एनसीआरटीसी वीरेन्द्र कुुमार, सीपीएम आरपी कौषर, एनएचएआई के सुधीर कुमार, CPM गाजियाबाद आरके हस्टन माैजूद रहे।