मेरठ। मेडिकल कालेज के चार सौ बेडों वाले कोविड वार्ड में हाहाकार काफी हद तक थम गया है। एक माह बाद वार्ड में मरीजों की संख्या दो सौ से नीचे पहुंची, जबकि आइसीयू में 50 से ज्यादा बेड खाली हो गए हैं। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मौतों का आंकड़ा ज्यादा बना हुआ है, जिस पर चंद दिनों में नियंत्रण पा लिया जाएगा। वहीं शनिवार को 8761 सैंपलों की जांच में 394 मरीज मिले और 18 की मौत हो गई।
डा. ज्ञानेंद्र ने बताया कि अप्रैल माह के मध्य में वार्ड में पहली बार मरीजों का आंकड़ा दो सौ पार हुआ। जबकि पिछली लहर में भर्ती मरीजों की सर्वाधिक संख्या 166 तक पहुंची थी। अप्रैल के अंत तक सभी चार सौ बेडों पर मरीज पहुंच गए। वेंटिंग सूची भी जारी हुई। इमरजेंसी वार्ड को कोविड वार्ड बनाना पड़ा। लेकिन मई माह के दूसरे सप्ताह से राहत भरी खबर आई। मरीजों की संख्या तीन सौ से कम होते हुए शनिवार को 191 तक पहुंच गई। 140 आइसीयू बेडों में से 50
खाली हैं।
संक्रमण दर भले ही पांच फीसद से नीचे आ गई है, वहीं मौतों का आंकड़ा चिंताजनक बना हुआ है। शनिवार को 8761 सैंपलों की जांच में 394 मरीज मिले, और संक्रमण दर 4.49 प्रतिशत पाई गई। मंडलीय सॢवलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि 1875 मरीज विभिन्न केंद्रों में भर्ती हैं।
बताया कि 3275 से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 6090 पहुंच गई है। 787 मरीज डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गए।