मेरठ, ग्रीन इंडिया।
श्री वेंकटेश्वरा विवि के सफलतापूर्ण 10 वर्ष, एक दशक पूर्ण होने एवं अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा का शानदार आयोजन किया गया। देश के विभिन्न हिस्सों से आये विख्यात कवियों, कवित्रियों ने काव्य पाठ किया।
वीर रस के जनकवि दिनेश रघुवंशी ने ऐसी शानदार प्रस्तुति दी कि सभागार लगातार 4 घंटे तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजता रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ विवि के रविन्द्र नाथ टेगोर ओटीटोरियम में प्रतिकुलाधिपति डां.राजीव त्यागी, श्री वेंकटेश्वरा विवि के कुलपति प्रो.पीके भारती एवं कुलसचिव डा.पीयूष कुमार पाण्ये ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। कवि चन्द्रशेखर शास्त्री ने अपने कावय पाठ में कहा कि अपना दिल अपनी जान तुम पर निसार आये, ये मात्रभूमि का कर्ज या उसे उतार आये, हमने चमन के वासते अपना सुख झिडका था, हमें भी याद कर लेना चमन में जब बहार आय। श्रंगार रस/प्रेम रस की विख्यात कवित्री जयपुर से आयी सपना
सोनी ने युवाओ को प्रेम का सन्देश कुछ यू पढाया-जीम पर चाद मेरे सामने उतर आया-उसे निहार मेंरे दिल में प्यार भर आया, खुदा से तेरे सिवा और कुछ नही मांगा जिधर भी देखु भुझे तू ही तू नजर आया। सुना कर युवाओं को झुकने पर मजबूर कर दिया।
सब टीवी फेम आगरा के मशहूर हांसय कवि पवन आगरी ने आधुनिक समय की दोपदी के चीर हरण के रूप में मल्लिका सेहरावत को प्रेम करते हुए हांस्य प्रस्तुत किया। मशहूर वीर रस के कवि सुल्तान सिंह सुल्तान ने मेरा जीवन राष्ट्र समरपित में कुछ भी कर जाउंगा सुना कर लोगों में जोश भरा।
डा.दिनेश रघुवंशी ने वीर रस, मात्र प्रेम, प्रेम रस से सबको सराबोर कर दिया। उन्होने कहा हमेशा तन गया आगे, जो तोपों के दहाने, कोई कीमत नही होती प्राणों की जवानो के। कार्यक्रम में शायर बशीर जमाल, भोपाल से आये श्री केके मिश्रा समेत एक दर्जन कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी।
प्रतिकुलाधिपति डा.राजीव त्यागी, कुलपति प्रो.पीके भारती ने अतिथि कवियों को तुलानी पौधा, गंगाजल, शाॅल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर निदेशक एकेडमिक डा.प्रभात श्रीवास्तव, उपनिेदेशक दुरस्त शिक्षका अलाक सिंह, डा.राजेश सिंह, डा.सीवी कुशवाह, एचआर मेनेजर शिव शंकर, अरूण गोस्वामी, प्रदीप शर्मा, डा.विवेक सचान, डा.योगेशवर शर्मा, अंजली शर्मा, स्मृती श्रीवास्तव ग्रुप के मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि सभी लोग उपस्थित रहें।