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जनसंख्या अधिक होने पर भी भारत में प्रभाव कम

  • 13-Jul-2020

मेरठ, दुनिया के मुकाबले भारत की जनसंख्या बहुत अधिक है, बावजूद इसके भारत में कोरोना महामारी का प्रभाव और देशों की अपेक्षा बहुत कम है। इसका मुख्य कारण भारतीय जीवन शैली है। इसके अलावा हमारी योग करने की प्रवृति के कारण हमारी शारीरिक क्षमता रोगों से लड़ने की अधिक है। पूरा विश्व भी आज आयुर्वेदिक उपचार की और बढ़ा है जो हमारी पुरातन संस्कृति को दर्शाता है। यह बात चौधरी चरण सिंह के कुलपति प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा ने नींव संस्था द्वारा चेंज फॉर गुड लाइफ ड्यूरिंग एंड आफ्टर लॉकडाउन विषय पर आयोजित वेबिनार के दौरान कही। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर वीरपाल सिंह (जो की नीव संस्था के उपाध्यक्ष भी हैं) ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान किये गए परिवर्तन मानव जाति के लिए उपयोगी हैं। साथ ही सभी किये गए परिवर्तन भारतीय ज्ञान, परम्परा एवं संस्कृति में निहित हैं। हम सभी को उन्हें अपनाना होगा। मीडिया का अधिक प्रयोग भी मानसिक तनाव को जन्म देता है मानसिक तनाव से भय की स्थिति उत्पन्न होती है और वह हमारी इम्यूनिटी कम कर देता है। अतः तनावपूर्ण खबरों से बचा जाना चाहिए। नीव संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. उपदेश वर्मा कार्यक्रम के आयोजन सचिव रहे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का संचालन किया। डॉ. उपदेश वर्मा ने कोविड 19 महामारी के दौरान नीव संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। वेबीनार का उद्देश्य कोविड परिदृश्य को देखते हुए मानव जीवन की गुणवत्ता एवं लॉकडाउन के दौरान स्वयं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग, व्यायाम, पौष्टिक भोजन, अच्छा एवं आध्यात्मिक,नैतिक साहित्य एवं सकारात्मकता युक्त लाइफस्टाइल को लेकर केंद्रित रहा। वेबिनार के लिए देश और विदेश के 2347 बुद्धिजीवियों, विश्वविद्यालय एवं कॉलेज प्रोफेसरों और सामाजिक विद्वानों ने देश के प्रत्येक राज्य से ही नहीं वरन, इंडोनेशिया, बंगलादेश सऊदी अरब, अमेरिका, यूरोप, नेपाल इत्यादि देशों के प्रतिभागियों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया। वेबिनार आयोजित कराने में दिगंबर जैन कॉलेज, बड़ौत का खास योगदान रहा। नीव संस्था के अध्यक्ष अधिवक्ता हरिदत्त ने वर्मा घर पर रहते हुए घरेलू नुस्खों व रोजमर्रा की चीजों से कैसे कैसे सेहत का ख्याल रखा जा सकता है, पर अपने विचार रखे। डॉ. शिंजिता अग्रवाल (दिगंबर जैन कॉलेज) एवं दिगंबर जैन कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह, विशेष भृगुवंशी कप्तान भारतीय पुरुष बास्केटबॉल टीम, प्रोफेसर अनिल चौहान, प्रोफेसर अर्चना चहल, डॉक्टर रंजन वाष्र्णेय (नीव संस्था के उपाध्यक्ष) डॉ. राकेश तोमर, सऊदी अरब, नीव संस्था की सचिव डॉ. गीतांजलि कौशिक, कोषाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल मालिक, संयुक्त सचिव डॉ. विजय कुमार तिवारी, सौरभ कुमार, दुर्गेश, डॉ. विक्रांत जावला, डॉ. कुलदीप चौधरी इत्यादि ने भी आपने विचार रखे। अंत में नीव संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. उपदेश वर्मा ने सभी का धन्यवाद किया।