मेरठ, ग्रीन इंडिया।
जनपद के गन्ना किसानों ने गन्ने का सेंटर बदले जाने और प्रदेश की योगी सरकार से अपनी विभिन्न मांगों को मनवाने के लिए जमकर हंगामा किया। गन्ना भवन पर पहुंचे किसानों के साथ उनके घरों की महिलाएं भी आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी करती नजर आईं।
किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक पिछले साल के बकाये गन्ना सेंटर बदला गया था। अब फिर से हमारा सेंटर बदल दिया गया। ये कैसा नियम है। हमकों हमारा पुराना सेंटर ही चाहिए। अगर सेंटर नहीं मिला तो हम यहां पर अमरण अनशन करेंगे। किसानों का आरोप था कि सिभावली शुगर मिल मूल्य का भुगतान भी नहीं ठीक तरीके से करती। किसानों ने सिभावली शुगर मिल को बेइमान चीीनी मिल बताते हुए कहा कि वे अपना गन्ना वहां नहीं डालेगे। इसके लिए चाहे अमरण अनशन करना पड़े। आंदोलन में शामिल किसानों के घरों की महिलाओं का कहना है कि आर्थिक तंगी के चलते उनके घरों में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है इसलिए वो इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुई हैं। किसानों की योगी सरकार से मांग है कि गन्ने का समर्थन मूल्य सहित किसानों के बकाये का भुगतान ब्याज सहित करवाया जाने की भी मांग की। गन्ना भवन पर पहुंचे किसानों ने जिला गन्ना अधिकारी का भी घंटों घेराव किया। किसानों का कहना था कि बेटी की शादी से लेकर बच्चों की स्कूल फीस तक वो हर छोटी से बड़ी चीज के लिए गन्ने पर ही निर्भर हैं ऐसे में पिछला भुगतान भी नहीं हुआ और मंहगाई की तुलना में समर्थन मूल्य भी नहीं बढ़ा है तो वे खुद को बेहद लाचार महसूस कर रहे हैं। किसान अजयवीर सिंह ने बताया कि हमारे गांव में बनखंडा ए और बनखंडा बी दो क्रय केंद्र चल रहे हैं। पिछली साल हमारा बनखंडा साबित गढ चीनी मिल को गया था जिसने बहुत बढिया भुगतान किया। जबकि बनखंडा बी सिभावली शुगर मिल के पास था। जिसका भुगतान नहीं हुआ। आज हमारा सेंटर नगला मल शुगर मिल को चला गया। जो कि बहुत बढिया है। अब गन्ना विभाग का एक नियम बताया जा रहा है कि पिछले साल जो सेंटर रहा था वहीं सेंटर इस बार भी रहेगा। जबकि पिछले साल सिभावली शुगर मिल ने किसानों का ठीक से भुगतान नहीं किया। किसानों ने कहा कि अगर उनका सेंटर नगला मल शुगर मिल को नहीं गया तो वे अमरण अनशन करेंगे।