नई दिल्ली। अरब सागर में बन रहे दबाव के चलते देश के तटीय इलाकों में भयंकर चक्रवात आने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा चक्रवात ‘तौकाते’ को लेकर जारी चेतावनी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए हर मानक सुनिश्चित किया जाए। प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोगों को बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलती रहें।
वहीं, मौसम विभाग ने कहा है कि तौकाते चक्रवात तेज हुआ है। इसके साथ ही इसके और तेज होने व बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।
बैठक में केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारी हुए शामिल
बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों समेत केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। आईएमडी ने एक दिन पहले यानी शुक्रवार (14 मई) को कहा कि अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र के 17 मई को ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होने और एक दिन बाद इसके गुजरात तट को पार करने की संभावना है।
वहीं केरल में मूसलाधार बारिश होने और तेज हवाएं चलने से सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली आपूर्ति घंटों तक बाधित रही। समुद्र में ऊंची लहरें उठने से तटीय इलाकों में जनजीवन बाधित हो गया। राज्य में कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और मकानों तथा वाहनों पर गिरे। पेड़ों के गिरने से कई स्थानों पर यातायात भी बाधित हो गया जबकि इडुक्की में मुन्नार-वट्टावडा रोड कुछ वक्त तक बाधित रहा।