दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने साल के पहले चक्रवाती तूफान को लेकर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर की मौसमी गतिविधियों में उथल-पुथल मची हुई है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिस वजह से चक्रवाती तूफान का जन्म होने वाला है।
विभाग ने आशंका जताई है कि पश्चिमी तट पर रविवार तक साल का पहला चक्रवाती तूफान दस्तक देगा और यह गुजरात और आस-पास के इलाकों को प्रभावित करेगा। इस तूफान का नाम तौकते है यह नाम पड़ोसी मुल्क म्यामांर ने रखा है, जिसका मतलब- अत्यधिक आवाज करने वाली छिपकली होता है।
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी
चक्रवाती तूफान के कारण देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, आंधी और तेज हवाएं चलने की आशंका है। यह लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात को प्रभावित कर सकता है।
ऐसे में विभाग ने मुछआरों को समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि 14 से 16 मई के बीच केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र समेत कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, तूफान संभवत: 20 मई को कच्छ क्षेत्र से गुजरते हुए दक्षिण पाकिस्तान का रुख कर सकता है। यदि ऐसा होता है तो यह गुजरात के तटीय इलाकों में 17 या 18 मई तक पहुंचेगा।