मेरठ। मेरठ में हुए शराब प्रकरण में गिरफ्तार सीआइएसएफ के सिपाही अमित ने कई चौंकाने वाली बातें पुलिस को बताई हैं। उसने कहा कि नशे की गोली वह दिल्ली से खरीदकर लाया था। गांव में पहुंचकर उनको शराब में मिला दिया था। वह खुद भी इन गोलियों का सेवन करता है। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।
24 अप्रैल की रात को साधारणपुर गांव में दो प्रधान पद प्रत्याशी संजय कुमार और महाराज सिंह ने वोट हासिल करने के लिए शराब बांटी थी। बृजभूषण और बाबी उर्फ देवेंद्र समेत कुछ ग्रामीणों को घर बुलाकर गन्ने के रस में नशे की गोलियां और शराब मिलाकर पिलाई थी, जिसके चलते 10 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि पुलिस ने जांच के बाद चार लोगों की मौत शराब पीने से और छह की बीमारी से बताई थी। पुलिस ने संजय कुमार, महाराज सिंह और सीआइएसएफ के सिपाही अमित कुमार उर्फ बाबी निवासी साधारणपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। तभी से अमित फरार था।
शनिवार रात क्राइम ब्रांच और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में उसने बताया कि नशे की गोलियां उसने नई दिल्ली में एक मेट्रो स्टेशन के पास से खरीदी थी। उनको चुनाव के लिए ही गांव लेकर आया था।
यहां ग्रामीणों को शराब और गन्ने के रस में गोली मिलाकर दी थी। थाना प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि आरोपित ने दिल्ली से गोली खरीदना बताया है। उसने खुद भी गोली लेने की बात कही है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया है। मानसिक तौर पर मजबूत है