मेरठ। प्रबन्ध निदेशक अरविन्द मल्लप्पा बंगारी के निर्देश पर ट्रांसफार्मर चैकिंग अभियान के तहत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के समस्त जनपदों में जेई उपखण्ड अधिकारी अधिशाशी अभियंता अधीक्षण अभियंता एवं मुख्य अभियंता द्वारा विद्युत ट्रांसफार्मरों का निरीक्षण किया गया। जनपद गाजियाबाद में कुल 1169 ट्रांसफार्मर निरिक्षित किये गये जबकि पीक ऑवर में 672 ट्रांसफार्मर निरक्षित किये गये।
प्रबन्ध निदेशक ने आज रंगोली मंडप एवं मंगलपांडे मेडिकल सुरजकुंड एवं हापुड रोड बिजलीघर का औचक निरीक्षण किया। प्रबन्ध निदेशक ने ट्रांसफार्मर का लोड चेक किया। किस फीडर से कितना शटडाउन लिया गया और क्यों लिया गया, चेक किया। उन्होंने निर्देश दिए कि शटडाउन कम से कम लिये जाये। उन्होंने गर्मी जारी रहने तक जेई उपखण्ड अधिकारी अधिशाषी अभियंता अधीक्षण अभियंता को बिजलीघर निरीक्षण के निर्देश दिए गये है। निरीक्षण के दौरान प्रबन्ध निदेशक द्वारा शिकायत रजिस्टर एवं अन्य अभिलेखों का निरीक्षण किया।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि भारी गर्मी की वजह से बिजली की खपत बढ़ने लगी है। जून में बिजली की मांग जहां 5552 मेगावाट पहुंच गई थी जबकि मई में अधिकतम मांग मात्र 4212 मेगावाट थी। जून में पीक लोड 7500.8000 मेगावाट रहा है। लोड बढ़ने पर बिजली के उपकरण में खराबी आने का खतरा रहता है।
ओवरलोडिंग के कारण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है जिसके मद्देनजर ट्रांसफार्मर चैकिंग अभियान चलाया जा रहा हैं जिससे िक सभी सम्मानित उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति की जा सके। अभियान में अधिकारी ट्रांसफार्मर चेक करेगें और अपनी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक को समिट करेंगे और जहां ट्रांसफार्मर अतिभारित है वहां ट्रांसफार्मर क्षमतावृद्धि का प्रस्ताव का तत्काल प्रस्तुत करेंगे।
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता एस0 बी0 यादव ,मुख्य अभियंता सोनू रस्तोगी, अधिशाशी अभियंता विधुत नगरीय वितरण खण्ड - 2 मेरठ, उपखण्ड अधिकारी एवं अवर अभियंता आदि उपस्थित रहे।