नई दिल्ली।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को देश में मानसून की तैयारी और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। उच्च स्तरीय बैठक में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। इस बार मानसून देशभर में करीब 10 दिन पहले आ गया है।
14 जून को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बयान के अनुसार, अगले 4-5 दिनों के दौरान पूर्वी, मध्य और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ छींटे और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की गई है। अगले 4 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, कर्नाटक और केरल और महाराष्ट्र में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने और बिजली गिरने की संभावना है।
पछुआ हवाओं के कारण मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने से उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मानसून का इंतजार बढ़ सकता है। इन क्षेत्रों में अब कुछ दिनों की देरी से मानसून पहुंचने की उम्मीद है।