अंबाला।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने यहां सोमवार को एक राजमार्ग अवरुद्ध किया, जिससे हरियाणा के एक मंत्री शहर में पहले से तय एक बैठक में नहीं जा सके। उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने पर शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बैठक में नहीं जाने का फैसला किया। अधिकारियों ने कहा कि बैठक पूर्वाह्न 11 बजे होने वाली थी और पंचायत भवन पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। पुलिस ने सुबह बैठक स्थल तक जाने वाली सभी सड़कों पर अवरोधक लगाए थे और बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की थी।
राजमार्ग बाधित करने पर कुछ यात्रियों को असुविधा हुई लेकिन किसानों ने एम्बुलेंस जैसे वाहनों को जाने दिया। पुलिस ने कहा कि बैठक स्थल के पास अग्रसेन चौक पर भी किसान एकत्रित थे और उन्होंने वहां पहुंचने के लिए अवरोधक तोड़ दिए।
पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में मुश्किल का सामना करना पड़ा। बीकेयू के अंबाला अध्यक्ष मलकीत सिंह ने कहा कि वह भाजपा-जजपा के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध तब तक करते रहेंगे, जब तक काले कानून वापस नहीं लिए जाते।
अधिकारियों ने बताया कि शिक्षा मंत्री कंवर पाल को अंबाला-हिसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पंचायत भवन में बैठक के लिए जाना था, लेकिन किसानों ने कुछ घंटे तक राजमार्ग पर यातायात रोक दिया। गौरतलब है कि सीएम मनोहर लाल के प्रोग्राम का विरोध करने पर किसानों पर लाठी चार्ज किया गया था।