लखनऊ, लोकसत्य
उत्तर प्रदेश सरकार प्रवासी श्रमिकों की होम क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद उनके कौशल के अनुसार रोजगार उपलब्ध करायेगी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। अब तक 184 ट्रेनो से करीब सवा दो लाख तथा अन्य साधनों से करीब एक लाख श्रमिक यहां आ चुके हैं जिन्हे जिन्हें खाद्यान्न देकर घर भेजा जा रहा है। आज 55 ट्रेनो से 70 हजार प्रवासी और वापस आएंगे।
उन्होने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के लिये क्वारंटीन सेंटर में भोजन एवं मेडिकल चेकअप की पूरी व्यवस्था की गयी है और जो श्रमिक पूरी तरह से स्वस्थ हैं, उन्हें पर्याप्त मात्रा में चावल, आटा, दाल, तेल, मसाले उपलब्ध कराकर उनको होम क्वारंटीन के लिये घर भेजा जा रहा है। होम क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद उनके स्किल (कौशल) के अनुसार रोजगार दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष सजगता और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने माह के अन्त तक कोविड अस्पतालों में एक लाख बेड उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। श्री अवस्थी ने बताया कि होम क्वारंटीन के लिए घर भेजे जाने वाले निराश्रित लोगों को राशन किट के साथ-साथ एक-एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जायेगा। श्री योगी ने कहा है कि अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि कोई भी पैदल अथवा साइकिल या बाइक आदि से यात्रा न करें। ऐसे लोग जहां भी मिलें उन्हें वहीं रोककर उनका नाम पता आदि सम्पूर्ण विवरण दर्ज करते हुए मेडिकल चेकअप के बाद उनके जिले में भेजने की व्यवस्था की जाए। ऐसे लोगों का क्वारंटीन सेन्टर में स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य किया जाए।
सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के वाॅर्डों में निगरानी समितियों को सक्रियता से काम करने के निर्देश दिये गये हैं। इन समितियों में नेहरू युवा केन्द्र, युवक मंगल दल, स्वच्छाग्रही, ग्राम चौकीदार को शामिल करते हुए व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा। निगरानी समितियों यह सुनिश्चित करेंगी कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनकी सहमति से उनके गृह प्रदेश भेजा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश से भेजे जाने वाले ऐसे प्रवासी श्रमिकों की जिलेवार सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश से नेपाल के 2000 लोग वापस जाना चाहते हैं, उनकी वापसी की व्यवस्था की जायेगी और जो लोग यहां रुकना चाहते हैं, उनके लिए आवश्यक प्रबन्ध किये जायेंगे। उन्होने कहा कि संचालित औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों को काम पर जाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।