नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने राजधानी में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना महामारी पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को मांग की है कि केवल उन्हीं कोरोना मरीजों को ‘होम आइसोलेशन’ की छूट दी जानी चाहिए जिनके घर में पर्याप्त जगह उपलब्ध हो।
श्री बिधूड़ी ने कहा कि यदि सभी मरीजों को ‘होम आइसोलेशन में रखा जाएगा तो यह महामारी और तेजी से फैलेगी। उपराज्यपाल अनिल बैजल को आज लिखे पत्र में श्री बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की छोटी - छोटी झुग्गियों में सैकड़ों गरीब परिवार अपना गुजर-बसर करते हैं। इसी प्रकार पुनर्वास कालोनियों में भी एक-एक कमरे के मकान में पूरा परिवार रहता है। कुछ यही स्थिति दिहाड़ी मजदूरों की भी है। एक ही कमरे में पांच-छह मजदूर रहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि इनमें से कोई कोरोना का मरीज पाया जाता है तो यह बहुत जरूरी है कि क्वारन्टीन सेंटर या अस्पताल में रखकर उसका इलाज किया जाए। यदि ऐसे मरीज को ‘होम आइसोलेशन’ में रखा गया तो उससे कई अन्य लोगों के संक्रमित होने का खतरा पैदा हो जाएगा।
विपक्ष के नेता ने कहा कि पांच कोरोना मरीज पाए जाने पर दिल्ली सरकार ने दिल्ली विधानसभा को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया ताकि और दूसरे कर्मचारी कोरोना की चपेट में नहीं आने पाएं। उसी प्रकार दिल्ली में इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए यह जरूरी है कि यहां की झुग्गी-झोंपडी, पुनर्वास कालोनियों और ऐसे ही अन्य गरीब तबके के मरीजों को जबरन ‘होम आइसोलेशन’ में रखने के बजाय उनका इलाज क्वारन्टीन सेंटर या अस्पतालों में रखकर किया जाए।