मेरठ।
20 प्रांतों के 100 से अधिक किसानों ने दिल्ली में राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष व किसान नेता सरदार वीएम सिंह के साथ बैठक करते हुए सरकार को वार्ता के लिए प्रस्ताव सुझाया। बैठक में किसान नेता पीवी राजगोपाल, राजू शेट्टी, जलपुरुष राजेंद्र सिंह, रामपाल जाट, बीआर पाटिल व राजाराम त्रिपाठी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे। इस बैठक में मेरठ से भारतीय किसान आंदोलन के कुलदीप त्यागी व राष्ट्रीय किसान मोर्चा के पदाधिकारी हिस्सा लेने पहुंचे।
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसान कृषि कानूनों की वापसी के लिए अड़े
हुए हैं।
सरकार संशोधन के लिए तैयार हैं लेकिन वापसी के लिए कतई नहीं। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने का सपना बीच में ही अटक कर रह गया है। सरदार वीएम सिंह ने चार बिंदुओं को कृषि कानूनों में संशोधन कर लाने के लिए मांग की है। इन चार बिंदुओं में किसानों की जमीन, एमएसपी से कम पर खरीद न हो आदि मुख्य हैं।
एमएसपी लागू होने से मजबूत होंगे किसान
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि एमएसपी लागू होने से देश का किसान सुदृढ होगा और उसकी आर्थिक स्थिति ठीक होगी। सरदार वीएम सिंह ने संघर्ष के दौरान शहीद हुए व्यक्तियों के आश्रित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग भी रखी। साथ ही किसानों से मुकदमे वापस करने की मांग भी की गई। सरदार वीएम सिंह ने कहा कि एमएसपी से किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा। सरकार को इन मांगों पर विचार कर मानना चाहिए, ताकि किसान को लाभ हो।