मेरठ।
प्रदेश सरकार की ओर से एक जुलाई से शिक्षकों को स्कूल पहुंचकर प्रशासनिक कार्य और स्कूल से आनलाइन क्लास लेने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही जिले के परिषदीय, माध्यमिक, सीबीएसई और आइसीएसई के अधिकतर शिक्षक अब स्कूल प
हुंचने लगे हैं।
लंबे समय से स्कूल बंद रहने से अटेंडेंस रजिस्टर, रिजल्ट तैयार करना, अंक अपडेट करना, छात्रों की कापी की जांच आदि कार्य लंबित थे। अब शिक्षक स्कूलों में इन्हीं कार्यो को पूरा करेंगे।
कक्षा से लाइव हो रही क्लास
जो शिक्षक प्रशासनिक कार्यो में नहीं लगे हैं अथवा पढ़ाई के बाद अन्य कार्यो से जोड़े गए हैं, वे स्कूल से ही आनलाइन क्लास ले रहे हैं। स्कूल के बेंच पर स्टैंड पर मोबाइल रखकर वे आसानी से बोर्ड पर ही बच्चों को गणित जैसे विषय पढ़ा रहे हैं।
स्कूलों ने छोटी कक्षाओं से लेकर सीनियर छात्रों तक के गृह कार्य की कापियां स्कूल में मंगानी शुरू कर दी है। सेंट मेरीज एकेडमी में शनिवार को टर्म-वन एग्जाम शुरू हो रहे हैं। कुछ अन्य स्कूल भी पहले टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं।
स्कूल से पढ़ाई भी और मूल्यांकन भी
स्कूल से शिक्षक क्लास में आनलाइन पढ़ाई कराने के साथ ही छात्रों की कापियां भी जांचेंगे। एमपीएस ग्रुप सलाहकार रिचा शर्मा के अनुसार सौ फीसद शिक्षक व कर्मचारी स्कूल बुलाए जा रहे हैं। सभी आनलाइन कक्षाएं स्कूल से ही संचालित होंगी। दीवान पब्लिक स्कूल, सोफिया गल्र्स स्कूल आदि में अधिकतर शिक्षक घर से आनलाइन क्लास करा रहे हैं। सहोदय सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार स्कूलों में बहुत ज्यादा रजिस्टर कार्य लंबित हैं, जो शिक्षक ही करते हैं। उन्हें पिछले तीन महीने के यह लंबित कार्य करने हैं। अधिकतर स्कूल अब सभी शिक्षकों व कर्मचारियों को स्कूल में बुलाने लगे हैं, जिससे पिछले सभी कार्य पूरे किए जा सकें। इससे स्कूल खुलने पर पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही रहेगा। िशक्षा का माहौल बनना शुरू होने लगा है।