मेरठ, ग्रीन इंडिया।
पिछले दिनों जुमे की नमाज के बाद वेस्ट यूपी के कई जिलों में हुई हिंसा से सबक लेते हुए शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना रहा। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, शामली, सहारनपुर और बुलंदशहर में कड़ी सुरक्षा की गई थी। जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी मस्जिदों में दोपहर के समय जुमे की नमाज अदा की गई। शाम तक कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
इसके पूर्व जुमे की नमाज को देखते हुए जमीन और आसमान तक कड़ा पहरा लगा दिया गया था। अतिसंवेदनशील प्वाइंटों पर शहर के गणमान्य लोगों को ढाल बनाकर पुलिस ने साथ रखा। उसके अलावा प्रत्येक वार्ड के पार्षद को अपने मोहल्ले की भीड़ काबू करने का जिम्मा सौंपा गया था। शांति समिति की बैठक कर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने शांति व्यवस्था कायम रखने की बात कही। थाने, पुलिस चौकी और आसपास के कुछ मकानों की छतों पर पुलिस भारी असलाह के साथ मौजूद रही, जो पूरे एरिया की निगरानी करती रही।
शहर के गणमान्य लोगों को ड्यूटी के दौरान अपने साथ रखा गया। इसके अलावा सभी वार्ड के पार्षदों से संपर्क किया गया, जिन्होंने अपने वार्ड में भीड़ को रोकने में अहम भूमिका निभाई। जुमे की नमाज पर एडीजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर अनीता सी मेश्रम, आइजी आलोक सिंह, डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी अजय साहनी, एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण अलग-अलग प्वाइंट पर मौजूद रहे। एक टीम हापुड़ रोड तो दूसरी टीम भूमिया पुल, तीसरी टीम जामा मस्जिद और चौथी टीम इमलियान मस्जिद पर रही। साथ ही फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड, स्वाट टीम, साइबर सैल, सर्विलांस सैल, क्राइम ब्रांच की विवेचना सेल को भी गाड़ी देकर गश्त में लगा दिया गया था। रिजर्व में पुलिस बल को हापुड़ अड्डे और एसपी सिटी ऑफिस घंटाघर पर रखा गया। 20 दिसंबर को जिन प्वाइंटों पर हिंसा हुई थी, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, ताकि पूरे घटनाक्रम को कवर किया जा सके। सभी कैमरों का ऑनलाइन कंट्रोल रूम पुलिस लाइन में बनाया गया, जहां पर निगरानी के लिए महिला कांस्टेबलों को रखा गया। वे एसपी ट्रैफिक को हर मूवमेंट की जानकारी देती रहीं। इन कैमरों में कैद चेहरों का बवालियों से मिलान होगा। मस्जिदों के बाहर और अतिसंवेदनशील एरिया में पुलिस तीन स्तरों में रही। पहली लेयर सिविल पुलिस की, दूसरी में आरएएफ के जवान और तीसरी लेयर में अर्धसैनिक बलों की तैनाती रही। खत्ता रोड और हापुड़ रोड की मस्जिदों की विशेष निगरानी की गई। भूमिया पुल, हापुड़ अड्डा, इस्लामाबाद चौकी, जाकिर कालोनी और सरस्वती लोक के पास पुलिस ने कैंप लगाया।