मेरठ।
प्रदेश सरकार ऐसे बच्चों को गोद लेगी, जिनके सिर से कोरोना ने मां-बाप का साया छीन लिया। मंडल में ऐसे 380 बच्चों की सूची बन चुकी है, जिनकी मदद के लिए प्रशासन आगे आया है।
कई निजी संगठन भी इन बच्चों की परवरिश में योगदान करने की मंशा जता चुके हैं। गाजियाबाद में कोरोना सबसे ज्यादा बेरहम साबित हुआ, वहां 119 बच्चों ने अभिभावकों को खोया। मंडलायुक्त के निर्देश पर मंडल का आंकड़ा जुटाया गया। मंडल में 57 बच्चे ऐसे मिले, जिनके मां-बाप दोनों कोरोना का शिकार हो गए। कुल मिलाकर 58 बच्चों ने मां, 265 ने पिता को खोया।
जिला प्रशासन ने सभी बच्चों की सूची बनाकर प्रदेश सरकार को उपलब्ध करा दी है। कुल 380 में से 364 की रिपोर्ट बनाई जा चुकी है, साथ ही टीमों ने 350 घरों का निरीक्षण कर लिया है।
हालांकि अभी तक महज 69 बच्चों को प्रशासन की ओर से तात्कालिक मदद मिल सकी है। मंडलीय सॢवलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि सभी जिलों के अधिकारियों को ऐसे बच्चों की जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है।
महिलाओं की तुलना में चार गुना पुरुष अभिभावकों की जान गई है। प्रदेश सरकार ने ऐसे बच्चों की शिक्षा समेत अन्य खर्च उठाने के लिए कहा है। कई संगठनों ने भी ऐसे बच्चों की मदद के लिए प्रशासन को चेक सौंपा है।