नई दिल्ली। अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा परिदृश्य पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत ने सभी पक्षों का आह्वान किया कि देश में तुरंत पूर्ण संघर्षविराम हो और अफगानिस्तान के लोगों द्वारा उनके नियंत्रण में चलने वाली प्रक्रिया के तहत शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाये।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां नियमित ब्रीफिंग में कहा कि अफगानिस्तान के साथ भारत के घनिष्ठ संबंध रहे हैं। इन संबंधों के विभिन्न पहलू हैं, जिनमें विकास साझीदारी भी शामिल है। हम 2011 में हुए एक समझौते के तहत रणनीतिक साझीदार हैं। भारत अफगानिस्तान की जनता एवं सरकार की शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक एवं समृद्ध भविष्य की आकांक्षाओं की पूर्ति का समर्थन एवं सहयोग करता है जिसमें अफगान समाज के सभी वर्गों खासकर महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा निहित हो। बागची ने कहा कि अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे सुरक्षा परिदृश्य पर हमारी पैनी नज़र है और हम एक समग्र एवं त्वरित संघर्ष विराम का आह्वान करते हैं। हम अफगान लोगों द्वारा उनके नियंत्रण वाली शांति प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान के मुद्दे पर कल चर्चा होगी। अफगानिस्तान में हिंसा बढ़ने पर तीन अगस्त को एक प्रेस वक्तव्य जारी किया गया था।