नई दिल्ली।
कोरोना से बने हालात के मद्देनजर केंद्र सरकार ने मंगलवार को CBSE 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी। हरियाणा ने भी इसी दिन 12वीं बोर्ड एग्जाम न कराने का फैसला लिया। इसके ठीक एक दिन बाद यानी बुधवार को पहले गुजरात ने फिर मध्य प्रदेश ने उसके बाद उत्तराखंड ने भी अपने यहां 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा कर दी।
मध्य प्रदेश में 12वीं के 7.5 लाख और गुजरात में 6.83 लाख छात्र हैं। देश के 28 राज्यों में से सिर्फ बिहार में 12वीं और 10वीं दोनों की बोर्ड की परीक्षाएं कराई जा चुकी हैं। 12वीं में 13.4 लाख छात्र शामिल हुए थे। अब बचे 23 राज्यों में अगले एक-दो दिन में फैसला लिया जा सकता है। 8 केंद्र शासित प्रदेशों में से अधिकांश में CBSE बोर्ड के जरिये ही परीक्षाएं ली जाती हैं।
उत्तर प्रदेश: CBSE और ICSE के बाद अब UP बोर्ड 12वीं का एग्जाम भी कैंसिल हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही इसका ऐलान कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पहली बार बगैर परीक्षा दिए 12वीं के 26 लाख स्टूडेंट्स पास हो जाएंगे। बोर्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी इस ओर इशारा किया है। इससे पहले यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा कैंसिल कर चुका है।
राजस्थान: राज्य में दसवीं व बारहवीं क्लास के 21 लाख स्टूडेंट्स हैं। इनके एग्जाम का फैसला बुधवार को राजस्थान सरकार की कैबिनेट मीटिंग में होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस संबंध में आठ-दस प्रस्ताव सरकार को सौंप दिए हैं।