क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो का एमआईटी में आजादी का अमृत महोत्सव समारोह
मेरठ। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव ‘आइकॉनिक वीक’ समारोह के तहत 23 से 29 अगस्त, 2021 तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए अनेक उत्कृष्ट कार्यकलापों की एक श्रृंखला शुरू की गई है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भव्य समारोह की शुरुआत की है।
जिसमें ‘जन भागीदारी और जन आंदोलन’ की समग्र भावना के तहत देश भर से लोगों की भागीदारी आकर्षित की जा रही है। इसका उद्देश्य व्यापक आउटरीच कार्यकलापों के माध्यम से ‘नए भारत’ की अद्भुत यात्रा को दर्शाना और स्वतंत्रता संग्राम के ‘गुमनाम नायकों’ सहित स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान का जश्न मनाना है। इस क्रम में क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो,मेरठ स्वतंत्रता आंदोलन के बलिदानियों, स्वतंत्रता आंदोलन के महान आदर्शों स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित घटनाओं और स्थलों को स्मरण करने के लिए, उनसे प्रेरित होने के लिए क्रांतिधरा मेरठ में आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित प्रचार प्रसार कार्यक्रम किये जा रहे है। मेरठ इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, परतापुर में एकीकृत संचार एवं लोक संपर्क कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी, मेरठ शशांक चौधरी ने कहा कि हम सबको देश की आजादी के आंदोलन के आदर्शों और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों को सदैव स्मरण रखना चाहिए और अपने जीवन में उनसे दिशा प्राप्त करनी चाहिए। भारत अपनी स्वतंत्रता को सुरक्षित रख सका है और लोकतांत्रिक रीति से निरंतर प्रगति और विकास कर रहा है। राष्ट्रीय एकता मजबूत हुई है । यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज की अफगानिस्तान की स्थिति हमें यह सीख देती है कि हम अपने देश की स्वतंत्रता के मूल्य को समझें और अपने देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सतत प्रयत्नरत रहें।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रोफेसर बंदना पांडे, जनसंचार विभाग, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में बहुत से ऐसे देशभक्त हुए जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है, वे गुमनाम हीरो हैं। हमें ऐसे देश भक्तों को भी नहीं भूलना चाहिए। स्वतंत्रता संघर्ष में जिन लोगों ने अपने जीवन की कुर्बानी दे दी उनके प्रति हमारे मन में हमेशा कृतज्ञता भाव होना चाहिए।