उरई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जालौन के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंगलवार को हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। सूबे के मुखिया ने जालौन जिले की तहसील माधौगढ के अंतर्गत बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायतों एवं उनके मजरों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिये। श्री योगी ने उसके बाद यहां पंडित परशुराम द्विवेदी महाविद्यालय में बाढ़ प्रभावित लोगों से भेंट कर उनकी बात सुनी और उन्हें राहत सामग्री वितरित की। मुख्यमंत्री ने बाढ़ की चपेट में आकर मारे गये चार लोगों के परिजनों को चार-चार लाख की राहत राशि दी।
जनप्रतिनिधियों व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ राहत एवं बचाव कार्यो की समीक्षा के बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में भारी बारिश के कारण कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यहां बाढ़ की यह स्थिति बनी है और जनहानि भी हुई है।
प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित करना हमारी प्राथमिकता है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन के साथ साथ फूड़ पैकेट भी उपलब्ध कराये जाने की कार्रवाई चल रही है। पीड़ित लोगों के लिए राशन व फूड पैकेट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जगह-जगह राहत कैम्प लगाये गये हैं, यहां पर हजारों लोग बाढ़ प्रभावित हैं ,जिनके लिए राहत सहायता व मदद करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के साथ नौकायें, एनडीआरएफ, एसटीआरएफ व पीएसी की यूनिट लगाकर स्वच्छता व पेयजल की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराते हुए उनकी हर सम्भव मदद किये जाने, जिले के बाढ़ कंट्रोल रूम सक्रिय रखने, बाढ़ की द्दष्टि से संवेदनशील स्थलों की मॉनीटरिंग करने के साथ-साथ नियमित पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मनुष्य के साथ साथ पशुओं के चारे की भी व्यवस्था, इलाज के लिए दवाओं की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि यमुना और चंबल के पानी कम हो रहा।