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क्रिसमस पर की देश में अमन और चैन की प्रार्थना

  • 26-Dec-2019

मेरठ, ग्रीन इंडिया गिरिजाघरों में आधी रात के सन्नाटे घंटों की ध्वनि गूंजी और यीशु के जन्म की खुशी के गीत वातावरण में तैरने लगे। ख्रीस्त जयंती पर लाइटों से झूमरों से भव्य रूप से सजे चर्च किसी दूसरे लोक का अहसास कर रहे थे। कड़ाके की ठंड के बावजूद देर रात चली प्रार्थना सभाओं में भीड़ रही। प्रार्थना के बाद मसीही समाज के लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर क्रिसमस की बधाई दी और केक खिलाया। आज सुबह भी प्रमुख चर्चो में विशेष प्रार्थना होगी। सरधना के चर्च में बुधवार की सुबह से ही बड़ी संख्‍या में लोग प्रार्थना सभा के लिए पहुंचे। यहां पर दूर दूर से लोग प्रार्थना के लिए आते हैं। संत जोजफ कैथीड्रल में बिशप स्वामी फ्रांसिस कालिस्ट ने संदेश दिया। कहा कि ख्रीस्त जयंती की शुभकामना तभी सार्थक होगी जब अलग-अलग संस्कृतियों के लोगों के बीच भाईचारा कायम रहे। भाईचारा ऐसा होना चाहिए जो विभन्न प्रकार की विचारधाराओं के बावजूद एक दूसरे का सम्मान करने और परस्पर सुनने की क्षमता प्रदान करे। इस अवसर पर देश के मौजूदा हालात को लेकर अमन और शांति की प्रार्थना की गई। रात 12 बजे मिस्सा बलिदान हुआ। फादर जान चिमन, फादर रोज, बनेडिक्ट, फादर थामस, फादर राय आदि मौजूद रहे। चर्च के क्वायर ग्रुप के साथ सुर में सुर मिलाते हुए कलीसियाओं ने बालक यीशु नमन तुम्हे, हम चरवाहे नाचे झूमके, आया मसीहा चरनी में तू पापियों को बचाने को आदि गीतों का गायन किया। हृदय के आकार की बनाई गई चरनी पल्ली पुरोहित जान चिमन ने बताया कि बेथलहम की गौशाला में यीशु का जन्म हुआ था। चर्च में हृदय के आकार की चरनी बनाई गई। एक ओर यीशु के जन्म को दर्शाया गया और दूसरी ओर झरने का दृश्य था। फादर बनेडिक्ट ने बताया कि 10 दिन में चरनी का दृश्य तैयार हुआ। शर्मानगर के पास स्थित सेंट लुक्स चर्च के परिसर में फादर सहाय राज ने कहा कि क्रिसमस ईश्वर और इंसान के मिलन का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि मनुष्य भी ईश्वर बन सकता है। आज के माहौल में सबसे ज्यादा शांति, भाईचारा और सेवा की जरूरत है। फादर येशु अमृतम ने भी विशेष प्रार्थना सभा में भाग लिया। चर्च विश्वासियों से खचाखच भरा रहा। हैप्पी क्रिसमस कहा बच्चा पार्क स्थित सेंट थामस चर्च में फादर पारितोष अभिषेक नोएल ने होली कम्यूनियन सर्विस संपादित की। रंगीन परदों से चर्च सजाया गया। 12 बजते ही लोगों ने एक दूसरे को हैप्पी क्रिसमस कहा और केक खिलाया। रुड़की रोड स्थित सेंट पाल मैथोडिस्ट चर्च में फादर रेव्ह. डेविड मसीह ने कहा कि परमेश्वर ने यीशु के रूप में अपना इकलौता पुत्र लोगों को पापों से मुक्त करने के लिए धरती पर भेजा है। साकेत स्थित सिटी मेथोडिस्ट चर्च में भी प्रार्थना हुई। सरधना में क्रिसमस डे पर चर्च में मंगलवार की देर रात मुख्य प्रार्थना की गई। बुधवार सुबह भी साढ़े आठ चर्च में प्रार्थना की जाएगी। इसके बाद ही आम लोगों के लिए चर्च खोला जाएगा। मंगलवार रात साढ़े 11 बजे से डेढ़ बजे तक चर्च में फादर सिसिन बाबू, फादर पाकिया नाथन और फादर आल्विन ने मुख्य प्रार्थना कराई, जिसमें बड़ी संख्या में ईसाई समाज के लोगों ने भाग लिया और समाज व विश्व में शांति के लिए प्रार्थना की। हृदय को पापों से मुक्त कराता है प्रभु ईशु का वास सरधना में मुक्तिदाता प्रभु ईशु का जन्मोत्सव क्रिसमस हषोल्लास से मनाया गया। चर्च में बुधवार मध्य रात्रि बालक ईशु के जन्म के अवसर पर जागरण मिस्सा बलिदान का आयोजन हुआ। जिसमें फादर पाकीय नाथन ने क्रिसमस पर्व का संदेश देते हुए कहा कि जिस गोशाला में प्रभु ईशु का जन्म हुआ वहां आज पवित्र चर्च बन चुका है। जहां दुनिया भर से विश्वासी दर्शन करने को आते है। इसी प्रकार प्रभु को जो दिल में बसा लेते है उनका हृदय पापों से मुक्त हो जाता है। बुधवार रात साढे ग्यारह बजे से ऐतिहासिक सरधना चर्च में क्रिसमस पर विशेष आयोजन हुआ। जिसमें फादर पाकीय नाथन ने मिस्सा बलिदान कराया। उनके साथ चर्च प्रबंध तंत्र से जुडे अन्य फादर भी मिस्सा बलिदान में शमिल हुए। मध्य रात्रि 12 बजते ही घंटे-घडियाल बजाकर बालक ईशु के आगमन की सूचना दी गई। युवा मंडली ने जन्मोत्सव मनाते हुए उल्लास गीत गाये तथा भजन प्रस्तुत किये। इस अवसर पर फादरर्स ने प्रभु मुक्तिदाता के रूप में प्रभु ईशु के आगमन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रभु की जन्म स्थली गौशाला, इस पृथ्वी पर व्याप्त बुराईयों और गंदगी का प्रतीक है। जिसका उद्धार करने के लिये प्रभु ईशु जन्म लेकर संसार में आये है। गौशाला में जन्म हुआ, तो उसका कायाकल्प हो गया है। आज वहां बने भव्य चर्च को देखने के लिये दुनिया भर से लोग पहुंचते है। इसी प्रकार जो लोग प्रभु को अपने हृदय में स्थान देते है, उनमें पवित्रता भर जाती है। प्रभु का नाम इमानुवैल है। जिसका अर्थ है कि ईश्वर हमारे साथ है। इस अवसर पर प्रार्थना की गई कि क्रिसमस की आशीष सभी पर बने रहे। मिस्सा में समस्त स्थाओं के फादर्स, सिस्टर्स, ब्रदर्स व आम विश्वासी शामिलर रहे। बुधवार को सुबह से ही क्रिसमस का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यहाँ स्थित विश्व परसिद्ध गिरजा घर में श्रद्धालुओं व सैलानियों की भरी भीड़ उमड़नी शुरू हुई और शाम तक भव्य मेले का लुत्फ़ उठाया चर्च के अंदर बनी चरनी को देखने के लिये खूब धक्का मुक्की रही। चर्च के बाहर युवा वर्ग ने जमकर लुत्फ़ उठाया। भीड़ के चलते नगर में में चारों और जाम की स्तिथि रही। पुलिस दिनभर जाम से जूझती नजर आई जाम के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उपजिलाधिकारी अमित कुमार भारतीय सीओ पंकज कुमार सिंह थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार मालिक ने मेले का भ्रमण करने के साथ चर्च के अंदर भी कई बार जाकर तैनात पुलिस कर्मियों को जेब कतरों छेड़छाड़ करने वाले मनचलों पर कड़ी नजर रखने को कहा जिसके चलते कई जेब कतरों व मनचलों को दबोचा गया। मेला शांतिपूर्ण संपन्न होने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की साँस ली।