मेरठ,
कोरोना संकट के बीच स्वास्थ के क्षेत्र में उत्कर्ष कार्य कर रहे छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल के डाक्टरों ने नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए आपात स्थिति में कोरोना संक्रमण से पीड़ित गर्भवती महिला की सफल सर्जरी करके बच्चे का सकुशल जन्म कराया।
मां एवं बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इस केस में बच्चे द्वारा मां के पेट के अंदर मल त्याग दिया गया था, वो बच्चा ब्रीच था, लेकिन डा.मानवी, गायनकोलॉजिस्ट के नेतृत्व में शल्य चिकित्सक डॉ. कृष्णा मूर्ति, शिशु रोग विशेषज्ञ डा.अकांशा एवं निश्चेतक डा.आरिफ ने सर्जरी को सकुशल पूर्ण करते हुए मां और बच्चे दोनों की जान बचाई।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा.कृष्णा मूर्ति ने बताया कि मेरठ शहर के ब्रहमपुरी निवासी 25 वर्षीय महिला को कोरोना संक्रमण की वजह से सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उक्त मरीज पहली बार की गर्भवती थी, परन्तु प्रसव कुछ समय बाद होना था। अचानक बच्चे ने पेट के अंदर मल त्याग दिया, जिसकी वजह से महिला की हालत बिगड़ने के साथ बच्चे की भी स्थिति अधिक गंभीर हो गई जिसमें महिला को फौरन सर्जरी के लिये ले जाया गया। डाक्टरों की मेहनत से सर्जरी सफल हुई और बच्चे का कुशलता पूर्वक जन्म कराया गया।
सर्जरी के बाद मां और बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। प्रसव के बाद बच्चे की साँसे रुक चुकी थीं। बाल रोग विशेषज्ञों की कुशल टीम के अथक प्रयासों के फलस्वरूप बच्चे ने पांच मिनट बाद सांस लिया। इसमें विशेष बात यह है कि कोरोना से संक्रमित रोगियों की शल्य चिकत्सा से डाक्टर भी चिंतित होते हैं क्योंकि उन्हें संक्रमण का खतरा बहुत होता है। कोरोना संक्रमण हो जाने की संभावना को दरकिनार कर जिस तरह सुभारती के डाक्टरों ने एक मां और बच्चे की जान बचाई, इसकी सभी प्रशंसा कर रहे हैं।