मेरठ।
जिलाधिकारी के. बालाजी ने अपने कार्यालय कक्ष में आईएमए व निजी नर्सिंग होम के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर निजी नर्सिंग होम में आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट प्राथमिकता पर लगाये जाने व वहां सुविधाएं बढ़ाने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि जनपद में संक्रमण की दर घट रही है व मृत्युदर भी अपेक्षाकृत कम है। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग की कोविड इमरजेंसी सहायता योजना के अंतर्गत आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी अनुमन्य होगी। जिलाधिकारी के. बालाजी ने निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड, आईसोलेशन बेड व वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल अपने यहां सुविधाएं बढ़ाएं तथा आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट के लिए गंभीरता पूर्वक प्रयास करें। उन्होंने निजी नर्सिंग होम स्वामियों से कहा कि वह अपने यहां 0 से 01 वर्ष तक के बच्चों के लिए नीकू (नियोनेटेल इन्टेनसिव केयर यूनिट) व 01 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चो के लिए पीकू (पीड्रियाट्रिक इन्टेनसिव केयर यूनिट) बनाये। जिलाधिकारी के. बालाजी ने आईएमए व निजी नर्सिंग होम के प्रतिनिधियो से कहा कि निजी अस्पताल सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुरूप ही चार्ज करें।
उन्होने कहा कि किसी भी ओवर चार्ज की षिकायत को गंभीरतापूर्वक लिया जायेगा तथा दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल मरीज की बेहतर सेवा करें व बेहतर उपचार दें साथ ही मरीज को समय रहते एल-3 अस्पताल के लिए रेफर करें।
उपायुक्त उद्योग वी.के. कौशल ने बताया कि कोविड इमरजेन्सी सहायता योजनान्तर्गत आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने पर भी सब्सिडी अनुमन्य होगी। उन्होने बताया कि रू0 20 लाख तक की परियोजना पर मशीनरी, प्लांट व उपकरणों पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी अनुमन्य है।
उन्होने कहा कि निजी अस्पताल स्वामी अपना प्रस्ताव बनाकर बैंक के माध्यम से दे सकते है, जिस पर जिलाधिकारी मेरठ की अध्यक्षता में गठित कमेटी में प्रस्ताव को अनुमोदन कराते हुये शासन को सब्सिडी स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा।