मेरठ, ग्रीन इंडिया
राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित वैंकटेश्वरा विवि के लिए साल का अन्तिम दिन ऐतिहासिक उपलब्धि भरा रहा। विवि को सोमवार को UGC द्वारा जारी दूरस्थ शिक्षा (डिस्टैन्स एजुकेशन) के अंतर्गत प्रबन्धन में मास्टर्स (एमबीए) की अनुमति मिल गयी है। इस आशयय की जानकारी यूजीसी का अनुमति पत्र मिलने के बाद विवि में आयोजित प्रेस का्रॅन्फेस में विवि के प्रतिकुलाधिपति डा.राजीव त्यागी एवं कुलपति प्रो.पीके भारती ने संयुक्त रूप से दी। विवि को दूरस्थ शिक्षा में बीए/एमए/बीकाॅम/एमकाॅम एवं बीबीए की अनुमति पहले से ही सितम्बर में मिल चुकी है।
विवि के डा.सीवी रमन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिकुलाधिपति डा.राजीव त्यागी ने बताया कि 2020 में दूरस्थ शिक्षा के पाठयक्रम की अनुमति देश में केवल नौ विवि एवं उत्तर प्रदेश में एकमात्र विवि को मिली है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। सत्र 2020 के लिए पांच पाठयक्रमों (बीए/एमए/बीकाॅम/एमकाॅम एवं बीबीए) की अनुमति सितम्बर में ही मिल गयी थी। लेकिन एमबीए पाठयक्रम को सोमवार को यूजीसी का अनुमोदन पत्र प्राप्त हुआ है।
विवि के कुलपति प्रो.पीके भारती ने बताया कि विवि के कुलाधिपति एवं शिक्षाविद डा.सुधीर गिरि के अथक प्रयासों से यह ऐतिहासिक उपलब्धि मिली है। विवि में इन छः पाठयक्रमों के लिए पूरी तैयारी कर ली है अब विभिन्न क्षेत्रों के छात्र-छात्राऐ दूरस्थ शिक्षा के इन पाठयक्रमों में प्रवेश के लिए 01 जनवरी 2020 से आवेदन कर सकते है।
दूरस्थ शिक्षा निदेशक डा.राजेश सिंह, डा.सुशील शर्मा, डा.मोहित शर्मा, डा.विपिन चौहान, डा.रूपेश सिंह, डा.दीप्ति भटनागर, डा.अंजली त्यागी, सेवानिवृत्त मेजर डा.ढिल्लन, डा.एसके सिंह, डा.आन्नद कुमार, अरूण कुमार गोस्वामी आदि लोग उपस्थित रहे।