EMAIL

info@greenindiamedia.in
globemediahouse@gmail.com

Call Now

+91-9837408090

News Details

‘गरीबों को भी फ्री में घर भेजने का रिकार्ड बनाए सरकार’

  • 09-May-2020

लखनऊ, लोकसत्य समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना संकट काल में बेरोजगारी के साथ असुरक्षा का दंश झेल रहे श्रमिकों के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशून्य और अमानवीय है। श्री यादव ने शनिवार को कहा कि श्रमिकों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक के रूप में व्यवहार किया जा रहा है क्योंकि वे गरीब, कमजोर और असहाय हैं। अमीरों को विदेश से वापस लाने का रिकार्ड बनाने की चाह रखने वाली भाजपा सरकारें अगर गरीबों को भी मुफ्त में वापस घर पहुंचाने का रिकार्ड बनाएं तो कितना अच्छा हो। उन्होने कहा कि सूरत से लौटे आजमगढ़ के श्रमिकों ने एक दर्द भरी दास्तान बताई है जिससे जाहिर होता है कि राज्य की डबल इंजन भाजपा सरकार राहत के हवाई दावों से पेट भर रही है। सूरत से लौटे श्रमिकों के अनुसार उनसे 800 रूपए लिए गए और भोजन-पानी नहीं दिया गया। श्री यादव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार ने भारतीय नागरिकता भी गरीब-अमीर में बांटकर वैसे ही लाॅकडाउन में राहत देने के इंतजाम किए हैं। पहले दौर में विदेशों से मुफ्त हवाई यात्रा से लोगों को लाया गया। घर वापसी के लिए व्याकुल गरीब श्रमिकों के साथ ट्रेन और बस का किराया देने के बावजूद भी अच्छा सुलूक नहीं किया गया। कई जगह तो उन्हें पुलिस के डंडे भी खाने पड़ गए हैं। उन्होने कहा कि भाजपा सच्चाई का सामना करने से डरती है। सैकड़ों कोस चलकर आये लाखों की संख्या में कामगारों का भविष्य शासन की अदूरदर्शिता के कारण अंधेरे में गुम हो गया है। इस सच्चाई को स्वीकार करने में भाजपा अपनी पराजय समझती है। जनता को पराजित करना भाजपा अपनी बहादुरी समझती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी की अचानक घोषणाओं की तरह प्रधानमंत्री ने लाॅकडाउन की भी अकस्मात घोषणा कर देश में विस्थापन और पलायन की जो स्थिति पैदा कर दी है उससे देश अव्यवस्था और असुरक्षा के चक्र में बुरी तरह फंस गया है। कितने ही श्रमिकों की जानें चली गई हैं। भूख-प्यास से दम तोड़ने की भी खबरें आ रही है। भाजपा अमीरों को राहत देने में लगी है। गरीब सड़क पर रेल पटरियों पर जान गंवा रहा है। भाजपा की वोट बैंक की राजनीति का यह खेल लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है।