मेरठ। अनलाॅक के बाद पहले दिन मेरठ में व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने से पहले व्यापारियों ने ईश्वर को नमन किया और कोरोना महामारी में बिछड़ गए व्यापारियों को शहर के सभी बाजारों में सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि दी गई।
शहर की दुकानें सुबह 10 बजे से खुलना शुरू हुईं। इसके बाद दिन भर सभी बाजारों में चहल पहल रही। शाम को स्ट्रीट वेंडरों के पास युवाओं और बच्चों की भीड़ जमा होने लगी। कोई आईसक्रीम का स्वाद लेता नजर आया तो कोई गोल-गप्पे का स्वाद लेता दिखा।
अनलॉक के बाद पहले दिन व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने पूर्व व्यापारियों ने ईश्वर को नमन किया। कोरोना महामारी में बिछड़ गए व्यापारियों को शहर के सभी बाजारों में सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि दी गई। शहर की दुकानें सुबह 10:00 बजे से खुलना आरंभ हुई। दुकान खुलते ही ग्राहकों का व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पहुंचाना आरंभ हो गया।
इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिक, गार्मेंट, फुटवेयर, स्टेशनी, बुक स्टॉल के साथ सर्विस सेंटर, स्पेयर पार्ट्स, ऑटोमोबाइल शोरूम में अच्छी खासी भीड़ रही। मास्क और सोशल डिस्टेनसिंग का पूर्ण रुप से पालन किया गया। छावनी क्षेत्र के बाजारों में दो बार सेनिटाइजेशन का कार्य भी किया गया। पहले दिन आम दिनों के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक कारोबार हुआ। वहीं शाम के समय स्ट्रीट फूड का स्वाद लेने के लिए लोगों की भीड़ जमा होने लगी। इस दौरान हालांकि लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करना भी भूल गए लेकिन घरों से बाहर निकलने की रौनक उनके चेहरे पर साफ नजर आई।
शहर की स्वर्ण मंडी में पहले दिन थोक व्यापारियों ने 5 करोड़ का कारोबार किया। रिटेल मार्केट सूना रहा। चुनिंदा लोगों ने अंगूठी आदि की खरीददारी की। कुछ लोगों ने लॉकडाउन में टूटी हुई ज्वैलरी का सही कराया। शहर में सराफ से जुड़े कारीगरों के न होने के कारण भी व्यापारियों को नुकसान हुआ। नई माल को बनाने के बारे में अभी विचार नहीं किया गया।