लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने शुक्रवार को राज्य के पुलिस विभाग के मुखिया का पदभार संभाल लिया है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाना ही प्राथमिकता है। सभी को सुरक्षा का अहसास दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता है। अपराध नियंत्रण जनता की मदद के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस को और संवेदनशील बनकर जनता के पास जाना होगा।
डीजीपी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मुकुल गोयल ने कहा कि पांच वर्षों के बाद लखनऊ आया हूं। नए डीजीपी ने कहा कि पुलिस को अधिक संवेदनशील होकर हर छोटी घटना में कार्रवाई का संदेश देना होगा। उन्होंने पुलिसिंग में तकनीकी के और अधिक समावेश पर विशेष जोर देने की बात भी कही। कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड पर मुकुल गोयल बोले कि कुछ छोटी गलतियों की वजह से इतनी बड़ी घटना हुई थी। नए डीजीपी मुकुल गोयल ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि हर अधिकारी की अपनी सोच होती है और वह अपनी तरह से काम करता है। पुलिस को और संवेदनशील बनकर जनता के पास जाना होगा। 30 जून को सेवानिवृत होने के बाद हितेश चंद्र अवस्थी ने डीजीपी का कार्यभार एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को सौंपा था। मुकुल गोयल मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक थे। इसके साथ उन्होंने एसपी आजमगढ़ की भी जिम्मेदारी संभाली।
वह कानपुर, ,आगरा और बरेली रेंज के डीआईजी भी रहे। मुकुल बरेली जोन के पुलिस महानिरीक्षक के पद पर भी रहे। मुकुल गोयल उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के पद पर रहे। इसके साथ वह आईटीबीपी, बीएसएफ में भी बड़े पदों पर रह चुके हैं। रेलवे, सीबीसीआईडी में भी उन्होंने प्रतिठति पदों पर काम किया।