मेरठ, ग्रीन इंडिया
भीम आर्मी के भारत बंद को लेकर रविवार को मेरठ व आसपास के जिलों में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। सुरक्षा की दृष्टि से शहर के संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों पर सुबह से ही पुलिस बल तैनात रहा। दूसरी ओर भीम आर्मी ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा।
पुलिस के कड़ी सुरक्षा होने से शहर के बाजारों में रोजाना की तरह चहल-पहल रही। कहीं भी बंद का कोई असर नहीं दिखा। भीम आर्मी ने एससी, एसटी व ओबीसी का सरकारी नौकरियों व पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने तथा सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर को लागू करने पर विरोध जताया है। भीम आर्मी ने रविवार को अपनी मांगों को लेकर भारत बंद का एलान
किया था।
भारत बंद के मद्देनजर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने सवेरे से ही मोर्चा संभाल लिया था। एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी व एसपी सिटी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह समेत पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी दिनभर शहर में भ्रमण करते रहे।
साथ ही शहर के सभी संवेदनशील अतिसंवेदनशील व प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इसके अलावा आला अधिकारी भी चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए थे। थाना सिविल लाइन पुलिस ने अंबेडकर चौराहा कचहरी से सुबह तीन लोगों को गिरफ्तार किया और थाना सिविल लाइन ले गए। उधर, भीम आर्मी भारत एकता मिशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर कमिश्नरी चौराहे पर अपर नगर मजिस्ट्रेट चंद्रेश सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि सीए को वापस किया जाए। साथ ही सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण लागू किया जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष विकास कुमार हरित, प्रवीण भारती, सुधीर वर्मा, संदीप, नरेंद्र, हरेंद्र व मनु आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
दूसरी ओर भीम आर्मी का भारत बंद बेअसर रहा। मेरठ मंडल के सभी जिलों में बाजार खुले रहे। शामली के कैराना चौराहे पर सभी दुकानें खुलीं। मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर और बागपत में बाजारों में रौनक रही। हालांकि भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर आपत्ति जताई और सीएए का विरोध किया। साथ ही शासन को पत्र भी भेजा।